हैदराबाद: आज 04 जून, 2025 बुधवार, के दिन ज्येष्ठ महीने की शुक्ल पक्ष नवमी तिथि है. माता सरस्वती इस तिथि की शासक है. दुश्मनों और प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ योजना बनाने के लिए ये एक अच्छा दिन है, लेकिन किसी भी शुभ समारोह और यात्राओं के लिए ये तिथि अशुभ मानी जाती है.
4 जून का पंचांग
- विक्रम संवत 2081
- मास -ज्येष्ठ
- पक्ष -शुक्ल पक्ष नवमी
- दिन -बुधवार
- तिथि -शुक्ल पक्ष नवमी
- योग- वज्र
- नक्षत्र -उत्तराफाल्गुनी
- करण -बलव
- चंद्र राशि -सिंह
- सूर्य राशि-वृषभ
- सूर्योदय – सुबह 05:53 बजे
- सूर्यास्त – शाम 07:22 बजे
- चंद्रोदय- 01.16 बजे
- चंद्रास्त- देर रात 01.33 बजे (5 जून)
- राहुकाल- 12:37 से 14:18
- यमगंड -07:34 से 09:15
स्थायी प्रभाव की इच्छा वाले कार्यों के लिए अनुकूल है नक्षत्र
आज चंद्रमा सिंह राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र सिंह राशि में 26:40 से लेकर कन्या राशि में 10 डिग्री तक विस्तार लिया हुआ है. इसके देवता अर्यम और नक्षत्र स्वामी सूर्य हैं. यह स्थिर प्रकृति का नक्षत्र है. कुआं खोदने, नींव डालने, कर्मकांड करने, पेड़ लगाने, राज्याभिषेक, भूमि खरीदने, पढ़ाई शुरू करने, देवताओं की स्थापना, मंदिर निर्माण या स्थायी प्रभाव की इच्छा रखने वाली किसी भी अन्य गतिविधि के लिए ये अनुकूल नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 12:37 से 14:18 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.